मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा साहसिक और क्रांतिकारी कदम : CM भगवंत मान

चंडीगढ़, 16 (live24india.com) : आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा की। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अरविंद केजरीवाल के फैसले की तारीफ की और इसे साहसिक तथा क्रांतिकारी फैसला बताया। उन्होंने कहा,“ऐसा एक ईमानदार और जनहितैषी सोच वाला नेता ही कह सकता है। अरविंद जी की सोच को सलाम!” उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता आने वाले विधानसभा चुनाव में ईमानदारी के नाम पर उन्हें ही वोट देगी। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को जेल में डालकर आम आदमी पार्टी को तोड़ने की कोशिश की जा रही थी लेकिन वे हमें तोड़ नहीं पाए। कोई और पार्टी होती तो अभी तक टूट चुकी होती।

वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी ने यह बहुत बड़ा फैसला लिया है। देश जानता है कि भारतीय जनता पार्टी ने उनके खिलाफ एक झूठा केस बनाया था। अब सर्वोच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद यह साफ हो गया है कि अरविंद केजरीवाल पर जो दोष लगाए थे वे बिल्कुल झूठे थे। उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि जब श्री केजरीवाल अपने घर से निकलेंगे तो लाखों लोग उनके पीछे उनका समर्थन करने के लिए निकलेंगे।

दिल्ली के लोग उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाएंगे। यह त्याग की भावना है। उनके लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं बल्कि दिल्ली के लोग प्यारे हैं। वह दिल्ली की जनता से प्यार करते हैं। चीमा ने भारतीय जनता पार्टी( भाजपा) को चुनौती दी कि वे अभी चाहें तो चुनाव करवा लें, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। श्री केजरीवाल ने दिल्ली की जनता के लिए काम किया है। आने वाले चुनाव में भाजपा की करारी हार होगी और आप फिर से भारी बहुमत के साथ जीत हासिल करेगी।

कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि श्री केजरीवाल ने देश में एक नई और ईमानदार राजनीति की शुरुआत की थी, आज उन्होंने इस्तीफा देकर फिर से अपनी ईमानदारी का सबूत दिया है। दिल्ली और देश की जनता श्री केजरीवाल और आप के साथ खड़ी है। दिल्ली में फिर से भारी बहुमत से आप की सरकार बनेगी। मंत्री अनमोल गगन मान ने कहा कि अब जनता फैसला करेगी कि अरविंद केजरीवाल गुनाहगार है या ईमानदार। यह बहुत बड़ा फैसला है। उन्हें पता है कि 10 सालों में उन्होंने दिल्ली की तस्वीर बदल दी। 2013 में 30,000 करोड़ के बजट को बढ़ाकर उन्होंने 75000 करोड़ कर दिया।

उन्होंने शिक्षा प्रणाली को अच्छा किया। पानी बिजली और महिलाओं के लिए बसों यात्रा मुफ्त किया। इसके अलावा सरकारी कामों में भ्रष्टाचार बंद कर पैसा बचाया और उससे लोगों को सुविधाएं दी। उनका इस्तीफा देने का सीधा कारण यह है कि उन्हें दिल्ली के लोगों पर विश्वास है कि लोग उन्हें ही चुनेंगे। उन्होंने कहा कि बाकी पार्टियों के नेताओं भी जिन्हें झूठे केसों में जेल में डाला जा रहा है उन्हें भी अरविंद केजरीवाल ने संदेश दिया है कि जेल जाने पर इस्तीफा न दें नहीं तो भाजपा अपना मुख्यमंत्री बना लेगी। सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा,“एक दिन के लिए भी कुर्सी छोड़ना किसी नेता के लिए बहुत मुश्किल काम है। ऐसा काम ईमानदार शख्स ही कर सकता है। कोई भी नेता जेल से बाहर आने के बाद जब सुप्रीम कोर्ट का उसके हक में फैसला आया हो तो वह इस्तीफा नहीं देता है। अरविंद केजरीवाल जी ने हिम्मत वाला फैसला लिया।”

सांसद मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि दिल्ली के लोगों को पता है कि अरविंद केजरीवाल एक ईमानदार और लोगों के लिए काम करने वाले नेता हैं। वह अब दिल्ली की गली – गली में जाकर लोगों के सामने अपना पक्ष रखेंगे और लोगों के आशीर्वाद से फिर से भारी बहुमत से सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की तानाशाही अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ दी है। अरविंद केजरीवाल ने एक चिट्ठी लिखी थी वह भी भाजपा ने लोगों तक पहुंचाने नहीं दी।

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