श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन को बहुमत प्राप्त हुआ है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने इस जनादेश के लिए जनता का आभार व्यक्त करते हुए घोषणा की है कि उमर अब्दुल्ला राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि जनता ने अपने वोट के माध्यम से यह संदेश दिया है कि वे 5 अगस्त 2019 के फैसले (धारा 370 हटाने) को स्वीकार नहीं करते हैं।
फारूक अब्दुल्ला ने बेरोजगारी, महंगाई और नशे के कारोबार के खिलाफ कार्यवाही करने का भी आश्वासन दिया। उमर अब्दुल्ला ने बडगाम और गांदरबल दोनों सीटों पर जीत हासिल की है, जिससे नेशनल कॉन्फ्रेंस चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इस चुनाव में बीजेपी ने 29 सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में 6 सीटें आई हैं। महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती को हार का सामना करना पड़ा।
रविंद्र रैना ने जम्मू कश्मीर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है वो नौशेरा से बीजेपी प्रत्याशी थे वहां पर हार के बाद रविंद्र रैना ने इस्तीफा दिया है। बता दें कि रविंद्र रैना नौशेरा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और उन्होंने रिजल्ट से पहले खुद की जीत का भी ऐलान कर दिया था पर परिणाम अब उनके पक्ष में नहीं आए।
वहीं काउंटिंग से पहले रविंद्र रैना ने यह भी दावा किया था कि कश्मीर में कम से कम 15-16 निर्दलीय उम्मीदवार ऐसे हैं, जो जीतने के बाद भाजपा को अपना समर्थन देंगे और कहा था कि जम्मू-कश्मीर में दैवीय शक्तियों की जीत होंगी। गौर हो कि आर्टिकल 370 हटाए जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटे जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव हुए।