अमृतसर/चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के मुख्य प्रवक्ता और विधायक कुलदीप धालीवाल ने कहा कि बिक्रम सिंह मजीठिया की जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए 19 जनवरी की तारीख तय कर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बड़ा कानूनी झटका दिया है।हाईकोर्ट के बाद अब देश की सर्वोच्च अदालत से भी अकाली नेता को फिलहाल कोई राहत नहीं मिली है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए धालीवाल ने कहा कि मजीठिया को केवल कानूनी तौर पर ही नहीं, बल्कि सियासी तौर भी बड़ा झटका लगा है। उनके अपने हलके मजीठा में, जिसे अकाली दल अपना गढ़ मानता था, जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनावों में जनता ने उन्हें बुरी तरह नकार दिया है। ‘आप’ ने मजीठा की 4 में से 3 जिला परिषद सीटें जीतकर 50 साल के अकालियों के कब्जे को खत्म कर दिया है। ब्लॉक समिति में भी ‘आप’ को पूर्ण बहुमत मिलना ऐतिहासिक है। इस मौके पर आप के अमृतसर (ग्रामीण) अध्यक्ष गुरप्रताप सिंह संधू भी मौजूद थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि तरनतारन और अमृतसर में अकाली दल ने गैंगस्टरों की मदद से चुनाव जीतने की कोशिश की, लेकिन पंजाब की अमन-पसंद जनता ने उनकी इस साजिश को विफल कर दिया। माझा में पिछली बार हमने 16 सीटें जीती थीं, लेकिन जिस तरह का जनसमर्थन अब मिल रहा है, 2027 में ‘आप’ यहां 21 से ज्यादा सीटें जीतकर एक नया रिकॉर्ड बनाएगी। पूरा पंजाब अब गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार मुक्त शासन के साथ खड़ा है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए धालीवाल ने कहा कि प्रताप सिंह बाजवा और सुखी रंधावा जैसे बड़े नेताओं को वहम था कि माझा में आम आदमी पार्टी कमजोर है। उन्होंने पूरी ताकत झोंक दी थी, लेकिन आप ने कांग्रेस के अहंकार को मिट्टी में मिला दिया। कुल 79 जिला परिषद सीटों में से ‘आप’ ने 58 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की है।
उन्होंने कहा कि माझा के लोगों ने जिस तरह से अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की नीतियों पर मुहर लगाई है, उससे यह साफ हो गया है कि अब यहां पारंपरिक राजनीति के दिन लद चुके हैं।आप नेता ने कहा कि इन चुनावों के नतीजों ने 2027 में फिर से ‘आप’ की सरकार बनने का रास्ता साफ कर दिया है।

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