नई दिल्ली : अनमोल बिश्नोई को एनआईए ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया है, जहां कोर्ट ने उसे 11 दिन की हिरासत में भेज दिया है। एनआईए ने 15 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने 11 दिन की रिमांड देने का आदेश जारी किया है। आपको बता दें कि अमेरिका से डिपोर्ट किया गया अनमोल बुधवार दोपहर दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचा, जहां उसे एनआईए अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया। 2022 से फरार अनमोल इस मामले में गिरफ्तार 19वां आरोपी है। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और भारत का मोस्ट वांटेड अपराधी आखिरकार भारतीय अधिकारियों के शिकंजे में आ गया है।
अनमोल बिश्नोई लॉरेंस बिश्नोई गैंग का विदेशी हैंडलर है। वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई है। भाई के जेल में होने के बावजूद अनमोल और गोल्डी बरार गैंग की सारी गतिविधियां चलाते हैं। लॉरेंस फिलहाल गुजरात की साबरमती जेल में बंद है, लेकिन उसका गिरोह दुनिया भर में सक्रिय है।
अनमोल के खिलाफ भारत में कम से कम 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसने अप्रैल 2024 में सलमान खान के घर के बाहर हुई गोलीबारी की भी ज़िम्मेदारी ली थी। इसके बाद, मुंबई पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था।
जांच में पता चला कि अनमोल बिश्नोई स्नैपचैट के ज़रिए बाबा सिद्दीकी के शूटरों से लगातार संपर्क में था। वह स्नैपचैट अकाउंट “भानु” नाम से इस्तेमाल करता था। यही अनमोल मई 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की योजना बनाने में भी शामिल था।
विदेश में रहने के दौरान अनमोल लॉरेंस का दाहिना हाथ था। वह जबरन वसूली, धमकियाँ और नौकरियाँ छीनने का काम करता था। वह एन्क्रिप्टेड ऐप्स के ज़रिए दुनिया भर में गिरोह को नियंत्रित करता था। उसने पश्चिम एशिया, पूर्वी अफ्रीका और उत्तरी अमेरिका में नए आपराधिक नेटवर्क भी स्थापित किए।
पंजाब के फाजिल्का ज़िले का रहने वाला अनमोल भारत का मोस्ट वांटेड अपराधी है। एनआईए ने उस पर 10 लाख रुपये का इनाम रखा है। जांच से पता चला है कि वह पहले फर्जी पासपोर्ट के जरिए नेपाल भागा, फिर दुबई और केन्या होते हुए अमेरिका पहुंचा।

