ओमान : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत-ओमान संबंधों में उनके असाधारण योगदान और दूरदर्शी नेतृत्व के लिए ओमान के सुल्तान हिशाम बिन तारिक द्वारा ऑर्डर ऑफ ओमान पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इससे पहले दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान भारत और ओमान के बीच व्यापार समझौते पर साइन हुए। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रधानमंत्री की ओमान यात्रा के दौरान यह सम्मान प्रदान किया गया है। इससे पहले, भारत और ओमान ने आज व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते सी.ई.पी.ए. पर हस्ताक्षर करके अपने द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। यह समझौता भारत के कार्यबल के लिए निष्पक्ष और पूर्वानुमानित व्यवस्था और श्रम गतिशीलता सुनिश्चित करेगा, साथ ही ओमान की संप्रभु रोजगार नीति का पूर्ण सम्मान भी करेगा। समझौते से भारत के टेक्सटाइल, फुटवियर, ऑटोमोबाइल, जेम्स एंड ज्वैलरी, रिन्युएबल एनर्जी और ऑटो कंपोनेंट्स जैसे सेक्टर्स को सीधा फायदा होगा। इस पर नवंबर 2023 में बातचीत शुरू हुई थी। इस समझौते पर केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और ओमान के वाणिज्य, उद्योग तथा निवेश संवर्धन मंत्री कैस अल यूसुफ ने ओमान के सुल्तान हिशाम बिन तारिक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए। दोनों शीर्ष नेताओं ने व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर को द्विपक्षीय संबंधों में एक मील का पत्थर बताते हुए इसका स्वागत किया और कहा कि इससे भारत-ओमान रणनीतिक साझेदारी को काफी मजबूती मिलेगी।
ओमान पहुंचे पीएम मोदी ने गुरुवार को कहा कि कितने भी मौसम बदल जाएं लेकिन भारत से उनकी दोस्ती नहीं बदलेगी। ओमान का 20 वर्षों के बाद किसी देश के साथ यह दूसरा मुक्त व्यापार समझौता एफ.टी.ए. है, जो एक मित्र राष्ट्र के रूप में भारत के प्रति ओमान के महत्व को दर्शाता है। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, व्यवसायों को बेहतर बाजार पहुंच मिलेगी और दोनों देशों के लिए आर्थिक अवसर भी बढ़ेंगे। दोनों पक्षों ने समुद्री विरासत, शिक्षा, कृषि और बाजरा की खेती के क्षेत्रों में समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किए।
प्रधानमंत्री ने शाहीमहल में उनके साथ पारस्परिक हित के रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा की, जहां सुल्तान ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और औपचारिक अभिनंदन किया। दोनों नेताओं ने व्यक्तिगत और प्रतिनिधिमंडल स्तर पर बैठकें कीं। उन्होंने बहुआयामी भारत-ओमान रणनीतिक साझेदारी की व्यापक समीक्षा की और द्विपक्षीय संबंधों में निरंतर वृद्धि की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह यात्रा भारत-ओमान संबंधों के लिए विशेष महत्व रखती है क्योंकि दोनों देश इस वर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं।

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