जालंधर : मादक पदार्थों की तस्करी और असामाजिक तत्वों के विरुद्ध चल रहे अभियान को और तेज करते हुए, जालंधर ग्रामीण पुलिस ने आज जिले के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष जाँच और CASO अभियान चलाया। यह अभियान जालंधर ग्रामीण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह विर्क के निर्देशानुसार और पुलिस अधीक्षक (जांच) सरबजीत राय के पर्यवेक्षण में चलाया गया।
इस अभियान के दौरान, पुलिस उपाधीक्षक (करतारपुर उपमंडल) नरिंदर सिंह, पुलिस उपाधीक्षक (नकोदर उपमंडल) ओंकार सिंह बराड़, पुलिस उपाधीक्षक (फिल्लौर उपमंडल) भारत मसीह लाधर, पुलिस उपाधीक्षक (शाहकोट उपमंडल) सुखपाल सिंह और पुलिस उपाधीक्षक (आदमपुर उपमंडल) राजीव कुमार के नेतृत्व में, मादक पदार्थों की गतिविधियों की आशंका वाले स्थानों, बस स्टैंडों, निर्जन भवनों, खुले मैदानों और संवेदनशील क्षेत्रों में गहन जांच की गई। पुलिस टीमों ने संदिग्धों से पूछताछ की, वाहनों की तलाशी ली और मौके पर सुरक्षा आकलन किया।
एसएसपी श्री हरविंदर सिंह विर्क ने कहा कि जालंधर ग्रामीण पुलिस “नशीली दवाओं के खिलाफ जंग” अभियान के तहत मादक पदार्थों के तस्करों और उनके सहयोगियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस का मुख्य उद्देश्य न केवल कानूनी कार्रवाई करना है, बल्कि युवाओं को नशे की लत से बचाना और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ना भी है।
आज की जांच के दौरान, क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी गई। इस अभियान के तहत 7 मामले दर्ज किए गए और 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनसे 313 गोलियां और दो ग्राम हेरोइन बरामद की गई। इसके साथ ही अवैध गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई की गई। इस अभियान के दौरान पुलिस को कई महत्वपूर्ण स्रोत और सूचनाएं भी प्राप्त हुईं, जिनके आधार पर और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एसपी साहब ने स्पष्ट किया कि यदि कोई युवक नशे के सेवन में लिप्त पाया जाता है, तो उसे सुधार के मार्ग पर लाने के लिए नशामुक्ति केंद्रों से जोड़ा जाएगा, जबकि नशा आपूर्ति करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने जिले के निवासियों से अपील की कि यदि किसी भी क्षेत्र में नशे से संबंधित कोई गतिविधि दिखाई दे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। सूचना देने वाले की पहचान पुलिस द्वारा गोपनीय रखी जाएगी।

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