अच्छी सेहत के लिए पानी पीना चाहिए, लेकिन कितना पीना चाहिए ये जानकारी होना बहुत ज़रूरी है। कुछ कहते हैं ढेर सारा पानी पिओ तो कुछ बताते हैं ज्यादा पानी पीने से खतरा हो सकता। बीमारों को डॉक्टर ज्यादा पानी या अन्य तरल पदार्थ लेने की सलाह देते हैं। लगातार पानी पीते रहना महत्वपूर्ण है, लेकिन एक साथ और बहुत ज्यादा नहीं, खासकर अगर अधिक पसीना आ रहा हो या बुखार हो तो पानी के बारे सलाह या निर्देश में सावधानी से काम लेना चाहिए।
सुना था कि कम पानी पीने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिससे डिहाइड्रेशन हो जाता है। लेकिन क्या वाकई में ज्यादा पानी पीने से भी हेल्थ पर इतना बुरा असर पड़ता है। हमारे आसपास ऐसे कई लोग हैं जो अपनी फिटनेस और हेल्थ का ध्यान रखने के लिए कैपिसिटी से ज्यादा पानी पीते हैं। एक साथ खूब पानी पीने से जान जाने का रिस्क रहता है।
यह एक ऐसी कंडीशन होती है, जिसमें खून में सोडियम की मात्रा नॉर्मल से बहुत कम हो जाती है। ऐसा तभी होता है, जब शरीर में पानी की मात्रा ज्यादा होने से सोडियम उसमें घुलता है। इससे दिमाग की सेल्स यानी कोशिकाओं में सूजन आ जाती है। सूजन आने से शरीर के अंगों में खून की सप्लाई बंद हो जाती है। इस सूजन को ब्रेन एडीमा कहते हैं।
वॉटर टॉक्सिसिटी की प्रॉब्लम वैसे तो काफी रेयर है, लेकिन जब कोई व्यक्ति जरूरत से ज्यादा पानी पीता है तो इसमें मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स खून में डाइल्यूट हो जाते हैं। इसे हाइपोनाट्रेमियाव भी कहते हैं। एक साथ ज्यादा पानी पीने के बाद अगर आपको उल्टी सिरदर्द, कंफ्यूजन, थकान आदि लक्षण दिखाई दें, तो समझ लें कि आपने जरूरत से ज्यादा पानी पी लिया है।